षड्यंत्र और अहंकार का परिणाम था आपातकालः त्रिवेन्द्र

नगर निगम में पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत।

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हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक, आपातकाल लागू होने के पचास साल पूरे हो गए हैं। उन्होंने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर गांधी परिवार और कांग्रेस पर संविधान के हनन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के मूल्यों को दरकिनार करने वाली कांग्रेस का संविधान बचाने की बात करना हास्यपद है।
        गुरुवार को नगर निगम में पत्रकार वार्ता में त्रिवेन्द्र ने कहा 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी। जिसके 50 साल पूरे होने पर भाजपा इस दिन को संविधान हत्या दिवस के रूप में मना रही है। उन्होंने आपातकाल के दिनों को याद करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने षड्यंत्र के तहत भारत में इमरजेंसी लगाई थी। इस दिन, भारतीय संविधान के मूल्यों को दरकिनार कर दिया गया।
      त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज कांग्रेस संविधान बचाने की बात करती है। लेकिन कांग्रेस ये भूल गई है जब 1971 के लोकसभा चुनाव में इंदिरा ने अपने प्रतिद्वंद्वी राज नारायण को पराजित किया था। तब चुनाव परिणाम आने के चार साल बाद राज नारायण ने इंदिरा गांधी पर चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने की दलील देते हुए हाईकोर्ट इलाहाबाद में चुनाव परिणाम को चुनौती दी। न्यायाधीश जगमोहन सिन्हा ने इन आरोपों को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी को अदालत का यह निर्णय बर्दाश्त नहीं हुआ। कहा कि इंदिरा ने अपने अहंकार के चलते जनता को बिना बताए देश में आपातकाल लगा दिया। जिसकी सूचना अगले दिन 26 जून को रेडियो के माध्यम से जनता को मिली।
उन्होंने कहा कि इंदिरा ने आपातकाल का विरोध करने वाले राजनीतिक विरोधियों जयप्रकाश नारायण और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे कई नेताओं को गिरफ्तार करवा दिया था। प्रेस की आज़ादी को ख़त्म कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को जेल में डाल दिया गया। त्रिवेन्द्र ने कहा कि लोकतंत्र को कुलचने वाले गांधी परिवार और कांग्रेस का संविधान बचाने की बात करना हास्यपद है।
      त्रिवेन्द्र ने कहा कि 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिक्खों के साथ अत्याचार किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे ही अत्याचार आरएसएस कार्यकर्ताओं के साथ महात्मा गांधी की मौत के बाद हुआ था। कहा कि आरएसएस पर महात्मा गांधी की हत्या का झूठा आरोप लगाते हुए आरएसएस सरसंघचालक सहित कई कार्यकर्ताओं को जबरन जेल ठूंस दिया गया था।
      त्रिवेन्द्र ने कांग्रेस नेता राहुल पर निशाना साधते हुए उन्हें संसद का एक अर्मादित व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को संसद के अंदर किस तरह का व्यवहार करना चाहिए इसकी समझ नहीं है। कहा कि राहुल गांधी संसद में एक तानाशाह की तहत बर्ताव करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की पूरी राजनीति गांधी परिवार के आसपास की घूमती है।
      प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र बिष्ट, मेयर जोगेन्द्र रौतेला, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, लालकुआं के विधायक मोहन बिष्ट, प्रवक्ता प्रकाश रावत और मीडिया प्रभारी चंदन बिष्ट मौजूद थे।