हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार सुबह हल्द्वानी के प्रसिद्ध कालू सिद्ध मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने दो दिवसीय नैनीताल जनपद भ्रमण के दौरान प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री लगभग 20 मिनट तक मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भाग लिया। आचार्य डॉ. भूवन चंद्र त्रिपाठी ने 16 आचार्यों के साथ पूजा पाठ संपन्न कराई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित मंदिर परिसर का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री धामी का परंपरागत वेशभूषा में कलश लेकर पहुंची महिलाओं ने स्वागत किया। मंदिर समिति अध्यक्ष एवं पीठाधीश महंत कालू गिरी महाराज तथा महंत त्रिवेणी गिरी महाराज के सानिध्य में संतों ने रुद्राक्ष माला पहनाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए विकास कार्यों को आगे बढ़ाना सरकार के प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सड़क के चौड़ीकरण के कार्य के चलते क्षेत्रवासियों के आस्था का केंद्र कालू सिद्ध मंदिर का स्थान परिवर्तन किया गया है। मुख्यमंत्री ने मंदिर के सौंदर्यपूर्ण पुनर्निर्माण के लिए मंदिर समिति की सराहना की। इस दौरान भजन कीर्तन और प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया।
मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सांसद अजय भट्ट, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट, विधायक बंशीधर भगत (कालाढूंगी), विधायक राम सिंह कैड़ा (भीमताल), मंडी अध्यक्ष अनिल कपूर ‘डब्बू’, राज्य दर्जा मंत्री सुरेश भट्ट, दिनेश आर्य, महापौर गजराज सिंह बिष्ट, रेनू अधिकारी, नवीन वर्मा सहित पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी कुमाऊं रिद्धिमा अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा, नगर आयुक्त ऋचा सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच ही झड़प
हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कालु सिद्ध मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एसएसपी पर आरोप लगाए। कार्यकर्ताओं का कहना था कि एसएसपी एसपी कह रहे हैं कि मेयर हो या पार्षद उन्हें कोई भी हो फर्क नहीं पड़ता। जिस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में झड़प हो रही थी उस समय मुख्यमंत्री धामी पूजा-अर्चना में व्यस्त थे। कुछ समय बाद बाद में वरिष्ठ नेताओं द्वारा बीच बचाव कर मामला को किसी तरह शांत करवाया।
