देहरादून/हल्द्वानी। उत्तराखंड में 21 जून को जनपद हरिद्वार को छोड़कर शेष 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का एलान हो चुका है। 19 जून को पंचायतों में आरक्षण प्रक्रिया पूरी करने के बाद सचिव पंचायती राज की ओर से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी की गई। जुलाई माह में दो चरणों में चुनाव होंगे। इसी के साथ 22 जून से राज्य में आचार संहिता लागू कर दी गई है।
शनिवार को उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने पंचायत चुनाव की तिथियों का एलान किया। उन्होंने बताया कि 25 जून से 28 जून को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी। 29 जून से 1 जुलाई तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 2 जुलाई को उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे। तीन जुलाई को पहले चरण के चुनाव प्रतीक का आवंटन होगा, जिसके बाद 10 जुलाई को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान संपन्न होंगे। दूसरे चरण में 8 जुलाई को चुनाव प्रतीक आवंटन किए जाएंगे। मतदान 15 जुलाई को होगा। 19 जुलाई मतगणना के साथ ही परिणामों की घोषणा की जाएगी। मतदाता सूची आयोग की वेबसाइट पर देखी जा सकती है। 23 जून को सभी जिलाधिकारियों द्वारा अपने-अपने जिलों में अधिसूचना जारी करना है। पहले चरण में 10 जुलाई को 49 और द्वितीय चरण में 15 जुलाई को 40 विकासखंडों में वोट डाले जाएंगे।
मानसून के देखते हुए प्रथम चरण में दूरस्थ ब्लॉक शामिल किए गए हैं। इस संबंध में आपदा प्रबंधन सचिव को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिकों को 10 लाख रुपये तक के बीमा कवर का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। पुलिस, आबकारी और प्रशासन की टीमें चुनावी निगरानी करेंगी।
89 ब्लाक में पंचायत चुनाव में चार पदों पर कुल 66418 सीटों के लिए मतदान होना है। सर्वाधिक सीटों की संख्या ग्राम पंचायत सदस्य की 55587, जबकि प्रधान पद पर सीटों की संख्या सात हजार 499, क्षेत्र पंचायत के पद पर सीटों की संख्या 2974 है। जिला पंचायत पदों पर सीटों की संख्या 358 है। इसको लेकर 10 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं। एक बूथ पर औसतन 750 मतदाता शामिल होंगे। पिछली बार (2019) की तुलना में इस बार 10.57 प्रतिशत नए मतदाता चुनाव प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं। इस बार 4,56,793 नए मतदाताओं सहित 47 लाख 77 हजार 72 मतदाता प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे। इनमें से 24 लाख 65 हजार 702 पुरुष मतदाता और 23 लाख 10 हजार 996 महिला मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चुनाव में पहली बार थर्ड जेंडर मतदाता भी भाग लेंगे। ऐसे मतदाताओं की संख्या 374 है।
पंचायत चुनाव को संपन्न कराने के लिए 95909 कार्मिकों की तैनाती की जाएगी। जिनमें से 35700 सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। इस पूरी प्रक्रिया में 5600 वाहन लगाए जाएंगे। चुनाव पर्यवेक्षण के लिए 55 सामान्य प्रेक्षक और 12 आरक्षित प्रेक्षक नियुक्त किए गए हैं। हालांकि व्यय प्रेक्षक नहीं होंगे, लेकिन जिला स्तर पर व्यय निगरानी की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई है। दिव्यांग मतदाताओं को सहयोग के लिए टोल फ्री नंबर 18001804280 भी जारी किया गया है।
