हल्द्वानी। बांज के पेड़ के बाद काफल का पेड़ ऑक्सीजन देने के दूसरे नंबर पर आता है। औषधीय गुणों से भरपूर काफल का फल जंगल की आग को कम करने करने का काम करता है। उत्तराखंड में यदि काफल के पेड़ बढ़ेगें तो राज्य की आजीविका बढ़ेगी। काफल बेचकर स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। यह कहना है उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का।
कालाढूंगी रोड स्थित एक बैंक्विट हॉल में कांग्रेस पार्टी की ओर सेथैंक्यू काफल पार्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हम काफल को इतना प्रसिद्ध कर दें कि अगले साल हम दिल्ली में थैंक्यू काफल पार्टी का आयोजन हो। उन्होंने कहा कि ओखलकांडा से बसों में सीधे काफल दिल्ली पहुंचेगा। हरीश रावत का कहना है कि आज बाजार में काफल ₹600 रुपये किलो बिक रहा है जो साबित करता है कि काफल के कदरदान अब बढ़ रहे हैं। कहा कि काफल के साथ हमारी पुरानी यादें जुड़ी हुई हैं।
कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में उन्होंने बताया कि कुछ समय पूर्व कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं से मिलने आए। कार्यकर्ताओं ने उन्हें सुझाव दिया कि वे काफल पार्टी का आयोजन करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके सुझाव का सम्मान करते हुए उसे सहमति दी। हरीश रावत ने बताया कि उन्होंने युवाओं को काफल पार्टी की जगह थैंक्यू काफल पार्टी नाम रखने का सुझाव दिया, जिसके बाद थैंक्यू काफल पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। हरीश रावत ने कहा कि काफल एक धर्मनिरपेक्ष पेड़ है। काफल का वृक्ष उत्तराखंड को एक अलग पहचान दिलाएगा। उन्होंने वहां उपस्थित जनता से पहाड़ी फल खरीदने का आह्वान किया, जिससे पहाड़ के लोगों की आमदनी बढ़े।
थैंक्यू काफल कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारा दत्त पांडे, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, अल्मोड़ा के विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, चंपावत के पूर्व विधायक दिनेश खर्कवाल, राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु, रामनगर के पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी, राहुल छिम्वाल, विमल सांगुड़ी, मीना शर्मा सहित आदि कांग्रेसी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री से मिने की जिद्द
हल्द्वानी। थैक्यू काफल पार्टी के दौरान एक व्यक्ति ने अपनी ओर सबका ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम के दौरान एक विक्षप्ति सा नजर आने वाला व्यक्ति पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिलने की जिद्द करने लगा। जिसे नेता पतिपक्ष यशपाल आर्या, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के जवानों ने रोकने का प्रयास किया। लेकिन वह अपनी जीद्द पर अड़ा रहा। उसे व्यक्ति के हाथ में एक मोटा डंडा देखकर कार्यकर्ता और पुलिस के जवान काफी असहज हो गए। उस व्यक्ति की जिद को देखकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उसके हाथ सा डंडा छीनकर उसे मंच पर जाने दिया। जिसके बाद उसने हरीश रावत से भेंट की। हरीश रावत ने उसे एक काफल की टोकरी देकर वहां से विदा किया। इस दौरान वह व्यक्ति कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के जवानों को डांटता हुआ नजर आया। पुलिस वालों ने उस व्यक्ति को बहुत ही शांत भाव के साथ कार्यक्रम स्थल से रवाना किया।
