रुद्रप्रयाग। केदारनाथ से गुप्तकाशी की ओर जा रहा एक हेलिकॉप्टर रविवार सुबह गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर के क्रैश होने के तुरंत बाद उसमें आग लग गई। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि खराब मौसम के कारण हादसा हुआ। गौरीकुंड क्षेत्र में घास काट रही नेपाली मूल की महिलाओं ने हादसे की सूचना दी। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने मौके पर रेस्क्यू अभियान चलाया। इस वर्ष चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से पांच हेलिकॉप्टर हादसे हो चुके हैं। फिलहाल हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा में हेली सेवाओं पर रोक लगा दी है।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह करीब 5ः20 बजे आर्यन कंपनी के हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ हेलीपैड से गुप्तकाशी की ओर जाने के लिए उड़ान भरी। हेलिकॉप्टर में पायलट समेत सात यात्री सवार थे। जिला पर्यटन विकास अधिकारी एवं हेली सेवा नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि इस दौरान केदारघाटी में घना कोहरा और तेज हवाओं के कारण हेलिकॉप्टर रास्ता भटक गया था। इसके बाद पायलट से संपर्क टूट गया। बाद में गौरीकुंड के जंगलों में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली। पायलट ने हेलिकॉप्टर को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की थी। अन्य स्थान पर हार्ड लैंडिंग करने के कारण हेलिकाप्टर क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई। हादसे में पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई। हादसे में मरने वालों में एक दंपत्ति और उनकी दो वर्ष की बच्ची भी शामिल है। गौरीकुंड के ऊपर घास काट रही नेपाली मूल की महिलाओं ने हेलिकॉप्टर क्रैश होने की सूचना दी। हेलिकॉप्टर में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के यात्री सवार थे। हादसे में मारे गए लोगों की पहचान पायलट राजवीर चौहान निवासी जयपुर, 45 वर्षीय विक्रम रावत श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी निवासी रास ऊखीमठ, 66 वर्षीय विनोद देवी निवासी उत्तर प्रदेश, 19 वर्षीय तृष्टि सिंह निवासी उत्तर प्रदेश, 41 वर्षीय राजकुमार सुरेश जायसवाल निवासी गुजरात, 35 वर्षीय श्रद्धा राजकुमार जायुवाल निवासी महाराष्ट्र और 02 वर्षीय काशी निवासी महाराष्ट्र के रूप में हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं को लेकर हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
चारधाम यात्रा शुरूआत से अब तक पांच हेली दुर्घटनाएं

बतों दे कि 30 अपै्रल को उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरूआत हुई थी। इस वर्ष चारधाम यात्रा शुरूआत से अब तक पांच हेली दुर्घटनाएं हो चुकी है, जिसमें एक बद्रीनाथ में और दूसरी गंगोत्री धाम जाते हुए उत्तरकाशी के पास एमरजेंसी लैंडिग व तीन केदारनाथ धाम में हेली दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। 8 मई को उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री धाम जा रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गयी थी। अभी सात जून को दोपहर 1.02 बजे क्रिस्टल कंपनी के हेलिकॉप्टर ने पांच यात्रियों के साथ बडासू हेलिपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी। हेलिकॉप्टर हेलिपैड से बमुश्किल दो मीटर ऊपर ही उठ पाया था कि कुछ तकनीकी खामी आ गई, जिसे भांपते हुए पायलट ने हेलिपैड से ठीक नीचे रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। जिससे हेलिकॉप्टर की टेल क्षतिग्रस्त होकर सड़क पर खड़ी कार पर जा गिरी। साथ ही हेलिकॉप्टर के पंखों के चपेट में आने से दुकान का आगे का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग से उस समय हाईवे पर कोई वाहन और राहगीर नहीं गुजर रहा था। गौरतलब है कि केवल केदारघाटी में 14 वर्षों में हुईं 13 हेली दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 41 लोगों की मौत हो चुकी है।
हेलिकॉप्टर हादसे के बाद बोले मुख्यमंत्री
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी घटना की जानकारी देते हुए ट्वीट किया है। जनपद रुद्रप्रयाग में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है. एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं. बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं। इसी के साथ ही उन्होंने चारधाम यात्राओं में हेली सेवाओं के संचालन पर रोक लगा दी है।
