हल्द्वानी। तमिलनाडु की रहने वाली 27 साल की रिधन्या शादी के 15 दिन बाद ही मायके लौट गई। उसकी आंखों में आंसू थे। पिता अन्नादुरई ने समझाया बेटा ससुराल में थोड़ा समय दो। धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। पिता की बात मानकर रिधन्या अपने ससुराल लौट गई। लेकिन अन्नादुरई को क्या पता था कि उनकी बेटी कितना दर्द झेल रही थी। रिधन्या ससुराल लौटी तो उस पर 200 सोने के सिक्के के लिए लगातार दबाव बढ़ता गया। रोज-रोज के ताने, अपमान और मारपीट से हारकर रिधन्या ने अपनी जिंदगी हमेशा के लिए खत्म कर लिया।
तमिलनाडु निवासी अन्नादुरई मैन्युफैक्चरर गारमेंट का कारोबार करते हैं। 27 साल की रिधन्या उनकी इकलौती बेटी थी। अप्रैल 2025 में रिधन्या की शादी सभ्य और आदर्श नजर आने वाले पढ़े-लिखे युवक 28 साल के कविन कुमार से हुई। अन्नादुरई ने अपनी बेटी की शादी में कोई कसर नहीं छोड़ी। अन्नादुरई और केविन के परिवार वालों के बीच शादी में 500 सोने के सिक्कों (लगभग 4 किलो सोना) और 70 लाख की वॉल्वो कार दहेज में देने की बात हुई थी। लेकिन अन्नादुरई किसी वजह से शादी में सिर्फ 300 सिक्के दिए पाए। बाकी 200 सिक्कों के कारण शादी के कुछ ही दिनों में रिधन्या की जिंदगी बदलने लगी। रिधन्या का पति कविन कुमार, उसका ससुर ईश्वरमूर्ति और सास चित्रादेवी मानसिक और शारीरिक रूप से उसे प्रताड़ित करने लगे। वह अपने दुख को किसी से बांट नहीं पा रही थी। उसका दर्द उसके भीतर ही घुटता रहा।
शादी के 15 दिन बाद ही रिधन्या अपने मायके आ गई। उसने अपने पिता को सारी बात बताई। एक पिता होने के नाते अन्नादुरई ने अपनी बेटी को समझाया। “थोड़ा समय दो, सब ठीक हो जाएगा”। उन्होंने बताया कि रिधन्या के अनुरोध करने के बाद, उसकी सास ने उससे मुलाकात की और माफी मांगी, लेकिन हालात नहीं बदले। अन्नादुरई ने कहा कि जब वह फिर से लौटी, तब तक वह पूरी तरह से टूट चुकी थी। उन्होंने कहा कि मुझे क्या पता था कि मेरी बेटी इतना दर्द झेल रही थी। ससुराल वाले दहेज की तुलना दूसरों से करते थे। कहते थे कि दूसरे दूल्हों को 100 करोड़ मिले।
रोज-रोज की यातनाओं से हारकर उसने जिन्दगी का एक आखिरी फैसला ले लिया। शनिवार को रिधन्या ने अपने घरवालों से कहा कि वह मोंडीपलायम मंदिर जा रही है। उसने रास्ते में अपनी कार रोकी और कीटनाशक गोलियां खा लीं। जब स्थानीय लोगों ने कार को समय तक खड़ा पाया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस को कार में रिधन्या बेहोश मिली। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। उसे अविनाशी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। रविवार को पोस्टमॉर्टम के बाद उसका शव परिवार को सौंपा गया। मामले में चेयूर पुलिस ने रिधन्या के पति केविन कुमार और उनके ससुर ईश्वरमूर्ति और सास चित्रादेवी को दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और रिधन्या द्वारा भेजे गए ऑडियो संदेशों को भी सबूत के तौर पर केस में शामिल किया गया है।
अन्नादुरई के अनुसार, रिधन्य ने अपनी मौत से पहले अपने पिता को 7 व्हाट्सएप ऑडियो संदेश भेजे। उसने बताया कि वह अपने पति और ससुराल वालों की मानसिक प्रताड़ना से थक चुकी थी। “पापा, मुझे हर दिन ताने मिलते हैं। केविन मुझे मारता है। मैं ये जिंदगी नहीं जी सकती। “मम्मी-पापा, आप मेरी दुनिया हो। मुझे माफ करना, अब सब खत्म हो गया।” एक मैसेज में उसने कहा “मैं उनकी रोजाना की मानसिक यातना को सहन करने के लायक नहीं बची हूं। हर कोई चाहता है कि मैं समझौता कर लूं, लेकिन अब मुझसे नहीं सहा जाता। उसने स्पष्ट किया कि वह झूठ नहीं बोल रही है और हर कोई उसके आसपास नाटक कर रहा है। “कविन और उसके माता-पिता ने मुझे शादी के लिए फंसाने की साजिश रची थी। मैं उनकी रोजाना की मानसिक प्रताड़ना सहन नहीं कर पा रही हूं। मुझे नहीं पता कि इस बारे में किससे बात करुं…
