हरिद्वार। 11 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर यातायात डायवर्जन प्लान जारी किया गया है। रोडवेज बसों के लिए भी अलग-अलग पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं। डायवर्जन प्लान 23 जुलाई तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान स्थानीय नागरिकों, आपातकालीन सेवाओं और आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
प्रशासन ने कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि दिल्ली, मेरठ, हरियाणा और पंजाब की ओर से आने वाली बसें ऋषिकुल मैदान पार्किंग में खड़ी की जाएंगी। नैनीताल, मुरादाबाद और बिजनौर की ओर से आने वाली बसों को नीलधारा या गौरीशंकर पार्किंग में रोका जाएगा। देहरादून, ऋषिकेश और पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाली रोडवेज बसें मोतीचूर पार्किंग में खड़ी होंगी। यात्रा के दौरान दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर से हरिद्वार आने वाले वाहनों को मुजफ्फरनगर, मंगलौर, नगला इमरती, लंढौरा, एसएम तिराहा होते हुए बैरागी पार्किंग तक लाया जाएगा। वहीं दिल्ली से देहरादून व ऋषिकेश की ओर जाने वाले वाहन रामपुर तिराहा, देवबंद, छुटमलपुर होते हुए देहरादून और ऋषिकेश की ओर जाएंगे। उन्होंने बताया कि लक्सर से हरिद्वार आने वाले वाहनों को एसएम तिराहा होते हुए वैरागी पार्किंग तक भेजा जाएगा। यमुनानगर से हरिद्वार आने वाले वाहनों के लिए मार्ग भगवानपुर-बिझौली-नगला इमरती होकर वैरागी कैम्प पार्किंग तक तय किया गया है। बैरागी कैम्प पार्किंग में खड़े सभी वाहनों की निकासी श्मशान घाट पुल, श्रीयंत्र पुल, यूडी माता तिराहा, देशरक्षक सिंहद्वार, सर्विस लेन एनएच 344 के रास्ते करवाई जाएगी।
इधर मुरादाबाद और नजीबाबाद की ओर से आने वाले वाहनों को चिड़ियापुर 4.2 तिरछा पुल-नीलधारा, गौरीशंकर पार्किंग तक लाया जाएगा। देहरादून और ऋषिकेश की ओर से आने वाले वाहनों को नेपाली तिराहा सप्तऋषि होकर लालजीवाला पार्किंग में पहुंचाया जाएगा। डायवर्जन के दौरान स्थानीय नागरिकों, आपातकालीन सेवाओं और आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
