नई दिल्ली। बीते कुछ घंटों में तिब्बत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और भारत के हिमाचल प्रदेश व लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता हल्की से मध्यम रही, हालांकि कहीं से भी किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
तिब्बत में 4.0, पाकिस्तान में 4.6, अफगानिस्तान में 5.1, हिमाचल के शिमला में 2.8 और लद्दाख के लेह में 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
इन झटकों से लोग सहम गए और कई क्षेत्रों में रात में लोग घरों से बाहर निकल आए।
शिमला में रात 12:55 पर हिली धरती
हिमाचल की राजधानी शिमला में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 12:55 बजे धरती हिली। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.8 मापी गई। भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी की गहराई पर था। झटके हल्के थे, पर लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। प्रशासन ने किसी नुकसान की सूचना नहीं दी है।
लेह में दोपहर में झटके, कोई नुकसान नहीं
लद्दाख के लेह में सोमवार दोपहर 3.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र 90 किमी की गहराई पर था, जिससे झटकों का असर सीमित रहा।
अफगानिस्तान में 5.1 तीव्रता का भूकंप
अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में मंगलवार देर रात 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। केंद्र जमीन से करीब 244 किमी नीचे था। काबुल समेत कई इलाकों में झटके महसूस किए गए। लोगों में दहशत फैल गई लेकिन किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
कश्मीर व पाकिस्तान में भी महसूस हुए झटके
कश्मीर घाटी में श्रीनगर, जम्मू और आसपास के जिलों में झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान के उत्तरी इलाकों में भी 3.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ।
भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र
विशेषज्ञों के अनुसार, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत और उत्तर भारत अत्यधिक भूकंपीय गतिविधियों वाला है। भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की टक्कर से यहां बार-बार ऊर्जा निकलती है, जिससे भूकंप आते रहते हैं।
रॉयटर्स के मुताबिक, पिछले 30 वर्षों में अफगानिस्तान में 355 से अधिक बार 5.0 या उससे अधिक तीव्रता के भूकंप दर्ज किए जा चुके हैं।

